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पन्ना और छतरपुर मे यूफोरिया माइंस एंड मिनरल्स फर्म का तांडव- देखें तस्वीरें

खनन माफिया बन चुका मंत्री ब्रजेन्द्र प्रताप सिंह करा रहा खुलेआम खनन.सूत्रधार बतलाते है कि होशंगाबाद पिपरिया क्षेत्र से चर्चित मल्होत्रा की यह फर्म मध्यप्रदेश सरकार के कद्दावर मंत्रियों / सीएम कार्यालय तक पकड़ रखती है। इस फर्म के लिए खनिज कानून के कोई मायने ज़मीन पर अमल नहीं होते। अलबत्ता खनिज डीड मे दी शर्ते नक्कारखाने का ढोल है...

केन नदी पर यूपी मे ब्लैकलिस्ट फर्म का मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड मे नदी पर लिफ्टर और पोकलैंड से मौरम का अवैध खनन।

यूफोरिया माइंस एंड मिनरल्स भोपाल की इस फर्म को छतरपुर के गौरिहार तहसील की सभी खदानें और इसी ग्रुप की कंपनी पुष्पा इंटरप्राइजेज को चन्दला मे सभी खंड आवंटित है।

यूफोरिया माइंस एंड मिनरल्स ही मध्यप्रदेश के पन्ना ज़िले में केन नदी पर उत्खनन कर रही है। यह तस्वीर पन्ना से है। कभी यही फर्म बाँदा के लड़ाका पुरवा मे तत्कालीन डीएम अमित सिंह बंसल की कार्यवाही पर ब्लैकलिस्ट हुई थी। बाँदा के एक पूर्व विधायक व लखनऊ के मिश्रा बंधु तब इसका संचालन करते थे। सूत्रधार बतलाते है कि होशंगाबाद पिपरिया क्षेत्र से चर्चित मल्होत्रा की यह फर्म मध्यप्रदेश सरकार के कद्दावर मंत्रियों / सीएम कार्यालय तक पकड़ रखती है। इस फर्म के लिए खनिज कानून के कोई मायने ज़मीन पर अमल नहीं होते। अलबत्ता खनिज डीड मे दी शर्ते नक्कारखाने का ढोल है।

सूत्रधार से मिली जानकारी मुताबिक- पन्ना मे मौरम कंपनी यूफोरिया माइंस एंड मिनिरल्स का जिगनी रेत खदान मे अनुबंध के सिर्फ 3 दिन बीत जाने के बाद से अनुबंध कर दिया गया। अनुबंध की शर्तों का उलंघन इन तस्वीर मे स्पष्ट है। फ़ोटो सोशल मीडिया पर वायरल है।

गौरतलब है कि केन की धारा को रोक कर नदी में पानी के अंदर से लाल मौरम निकासी को बड़े- बड़े लिफ्टर नदी जलधारा मे लगा दिये है।

रेत कंपनी यूफोरिया के भोपाल स्तर पर बड़े राजनैतिक और प्रशासनिक नेटवर्क होने के कारण पन्ना जिले के अधिकारियों और राज नेताओं को चुप रहने और तमाशा देखने को कहा गया।

अजयगढ पुलिस से लेकर राजस्व अधिकारियों को खदान क्षेत्र ना जाने के लिए मौखिक आदेश है। मल्होत्रा मतलब केन की भ्रूण हत्या का कारोबार। इधर भोपाल से प्रकाशित जगत विजन की संपादक ने भी खनिज मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा को लेकर अवैध मौरम खनन पर इधर खुलासा किया है।

पीएमओ से मुख्य सचिव मध्यप्रदेश शासन को आदेश के बाद भी आज दिनांक तक प्रतिवेदन नहीं भेजा-

RTI फाइल नं. 5230/2022- पीएमआर से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री कार्यालय के पत्र क्र. 5502361/पीएमओ/2022 दिनांक 06.06.2022 को मुख्य सचिव मध्यप्रदेश शासन भोपाल से मप्र के लोक जनशक्ति पार्टी के प्रदेश उपाध्‍यक्ष अनुरागी लखनलाल के पत्र दिनांक 09.05.2022 में की गई शिकायत पर बीजेपी अध्‍यक्ष विष्णुदत्त शर्मा एवं खनिज मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह के विरुद्ध केन नदी पर पर्यावरण में निहित शर्तों का अनदेखी कर रेत के अवैध उत्तखनन और रॉयल्टी / कर परिवहन मे 3700 करोड़ की राजस्व चोरी का मामला है। वहीं केन नदी की दुर्दशा,पानी का बहाव रोकर लिफ्टरों के माध्यम से रेत का अवैध उत्खनन जैसे बिन्दुओं पर शासन से अभिमत सहित प्रतिवेदन चाहा गया था। ‘आज दिनांक तक प्रधानमंत्री कार्यालय के आदेश पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा खनिज साधन विभाग मंत्रालय के पत्र क्रमांक 4006/ 842445/ 2022/ 12/ 1 भोपाल दिनांक 27.09.2022 में संचालक प्रशासन तथा खनिकर्म अरेरा हिल्स भोपाल मध्यप्रदेश से प्रतिवेदन चाहा था। लेकिन आज दिनांक चाहे गये प्रतिवेदन से सम्बन्धित जांच कार्यालय में लम्बित है तथा कोई भी कार्यवाही नहीं की जा रही है।’ यह बतलाता है मध्यप्रदेश मे केन पर खनन के नेटवर्क कितने प्रभावशाली हैं.

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